Monday, February 15, 2021

कल। दिनांक 15 फरवरी को आईएएस, आई पी एस, डॉक्टर , इंजिनियर ,व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए Abhudya Coaching का शुभारंभ किया गया, जिसमें ऑफ लाइन व ओं लाइन माध्यम से गरीब छात्र एवं छात्राए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकते है, मा मुख्यमंत्री जी के द्वारा उत्तरप्रदेश सरकार की योजना है, इसके अलावा new Education Policy के तहत नवाचार को प्रोत्साहन के लिए incubeterers की स्थापना की गई हैं, जिसने कई आईटी कंपनियां, जुड़े, कैरियर काउंसलिंग जॉब से संबंधित की जाए, छात्रा छात्राओं को रोजगार मिलने का मार्ग प्रशस्त हो, इसके अलावा गावो को गोद लेकर वहा के बच्चो का एजुकेशन स्तर सुधारना आदि, हमारे लिए अत्यंत हर्ष का विषय है, की इन सब में हम भी अपना सक्रिय योगदान दे रहे है, चाहे, NEET की तैयारी, Job Incubators की स्थापना करना आदि, ताकि समाज में बच्चो को शिक्षा व जॉब के अवसर प्रदान करने में राष्ट्र का सहयोग करते रहे। इसी के साथ बसंत पंचमी की शुभकामनाए।

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Sunday, January 17, 2021

आज *महिला सशक्तिकरण थीम के ऊपर 2021ई-कैलेण्डर का किया विमोचन*। आज के परिपेक्ष में देखा जाए तो, समाज में बेटियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है, इसी के साथ समाज में बेटियों को भी बेटो के बराबर समझा जाए, जेंडर इक्वैलिटी पर भी इस ई कैलेण्डर के माध्यम से समाज को जागरूक करने की एक पहल की है। समाज के विकास का स्तर भी समाज में बेटियों , महिलाओ की उन्नति पर निर्भर करता है। तो आइए एक सुदृढ़ समाज बेटियों के लिए तैयार करते है, जिसकी नींव शिक्षा पर रखी जाए। यह ई कैलेण्डर व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से आपके पास निशुल्क पहुंचा दिया जाएगा। इसी के साथ न्यूज मीडिया का भी धन्यवाद करते है।हमारी आवाज समाज के बेटियों के अभिभावक तक पहुंचाने के लिए।डॉ कुमकुम राजपूत


Saturday, January 9, 2021

एक बच्चे के सम्पूर्ण व्यक्तित्व के विकास में दो विभूतियों का महत्वपूर्ण योगदान होता है, एक उसके माता पिता दूसरे उसके शिक्षक , जो हमेशा यही चाहते है,की हमारे बच्चे आगे बढ़े, तरक्की करे, जिससे परिवार का नाम ही नही, अपितु देश व राष्ट्र का नाम रोशन करे। फिर वह तरक्की करता है, वह इस लायक बन पाता है, की वह अब समाज के हित के लिए भी कुछ कर सके, यही सब सोच कर हमारे मन में विचार आया की हमे समाज हित मे, व साथ ही साथ हमारे प्रेरणस्रोत जिसमें सबसे पहला नाम मां का आता है, को हमारी प्रथम गुरु रही, उनके नाम पर एक पुस्तकालय ज़रूर खोलना है, क्योंकि मेरे आंतरिक मन से, अपनी सामर्थ्य के अनुसार, समाज हित मे, इस दुनिया से अलविदा होने से पहले , हम अपने समाज हित मे, अपनी प्रेरणा स्त्रोत (मां) साथ लेकर थोड़ा भी कुछ कर पाए, तो यह हमारे लिए बहुत बड़ी बात होगी। हमारा यह संकल्प हमारे अंतर्मन में हमारे विद्यार्थी जीवन से था।

अन्धकार से प्रकाश की ओर.....

आइये कदम बढ़ाते है.....

News Media

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